28 December 2015

सात मुखी रुद्राक्ष | Saat Mukhi Rudraksha

सात मुखी रुद्राक्ष | Saat Mukhi Rudraksha

सात मुखी या कहें सप्तमुखी रुद्राक्ष सात माताओं तथा सप्तऋषियों का प्रतिनिधित्व करता है. यह अत्यंत उपयोगी तथा लाभप्रद रुद्राक्ष है इसके उपयोग से धन-संपत्ति, कीर्ति और विजय प्राप्त होती है. सात मुखी रूद्राक्ष महालक्ष्मी का स्वरूप माना गया है यह शनि द्वारा संचालित होता है.  आर्थिक, शारीरिक और मानसिक विपत्तियों से ग्रस्त लोगों  के लिए यह कल्पतरू के समान है.

किसी भी तरह की विषाक्तता से ग्रस्त व्यक्ति यदि इसे धारण करे तो वह इस कष्ट से मुक्ति अवश्य प्राप्त करता है. इसे धारण करने से कार्य, व्यापार आदि में बढ़ोतरी होती है. ज्योतिष अनुसार मारक ग्रह की दशा होने पर इसे धारण कर सकते है यह रक्षा कवच का कार्य करता है और व्यक्ति अकाल मृत्यु के भय से भी मुक्त हो जाता है.

सप्त मुखी रुद्राक्ष के लाभ | Benefits of Saat Mukhi Rudraksha

सप्त मुखी रुद्राक्ष आकार में गोल होता  है. इसे धारण करके व्यक्ति लोभ ओर मद के भाव से मुक्त होता है. शनि द्वारा शासित होने के कारण शनि के प्रभावों से मुक्ति हेतु इसे धारण कर सकते हैं. चोरी, व्यभिचार और हत्या जैसे जघन्य पापों से मुक्त करता है. व्यक्ति को आध्यात्मिक सुख प्रदान करता है. दुश्मनों को नष्ट करता है  , यश सम्मान तथा जीवन में प्रगति लाता है.

इसे पहनने से देवी महालक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इसे धारण करने से धन की कमी दूर होती है. काल सर्प रोग के बुरे प्रभावों से बचाव होता है. शरीर पर किसी  भी प्रकार के विष का असर दूर हो जाता है. तथा शनि के कुप्रभाव को समाप्त करता है

औषधिय लाभ | Health Benefits of Saat Mukhi Rudraksha

सात मुखी रूद्राक्ष को धारण करने से अनेक प्रकार के स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होते हैं.  यह गठिया दर्द, सर्दी, खांसी, पेट दर्द, हड्डी एवं मांसपेशियों में दर्द, लकवा, मिरगी, बहरापन, मानसिक चिंताओं, अस्थमा जैसे रोगों पर नियंत्रण करता है. इसके अतिरिक्त यौन रोगों ,हृदय की समस्याओं , गले के रोगों में भी फ़ायदेमंद है.

सात मुखी रुद्राक्ष मंत्र | Saat Mukhi Rudraksha Mantra

ॐ हूं नमः

सात मुखी रुद्राक्ष को "ॐ श्रीं श्रीयै नम:" मंत्र का जप करते हुए गले या दाएँ बाज़ू में पहन सकते हैं.

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