बारह मुखी रुद्राक्ष | Barah Mukhi Rudraksha or Dwadash Mukhi Rudraksha
द्वादशमुखी रुद्राक्ष भगवान विष्णु का स्वरूप माना जाता है. इसके देवता बारह आदित्य अर्थात बारह सूर्य हैं. सूर्य स्वरूप होने के कारण यह व्यक्ति को शक्तिशाली तथा तेजस्वी बनाता है. इसे धारण करने से गो-वध, मानव हत्या जैसे माहापापों से मुक्ति प्राप्त होती है. बारह मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से सूर्य का ओज एवं तेज प्राप्त होता है, सूर्य के शुभ फलों की प्राप्ति होती है.
बारह मुखी रुद्राक्ष लाभ | Benefits of Barah Mukhi Rudraksha
बारह मुखी रुद्राक्ष दरिद्रता को नष्ट करके सुख एवं संपत्ति प्रदान करता है. इसे इस्तेमाल करने से अश्वमेघ के समान पुण्य फल की प्राप्ति होती है. सभी प्रकार के भयानक जंगली पशुओं से रक्षा प्राप्त होती है. बारह मुखी रुद्राक्ष समस्त बाधाओं को समाप्त कर देता है. बाधाओं का शमन करने के कारण इसे आदित्य रुद्राक्ष के नाम से भी जाना जाता है. यह रुद्राक्ष सभी प्रकार की दुर्घटनाओं से बचाता है. इस रुद्राक्ष द्वारा दु:ख, निराशा , कुंठा , पीड़ा और दुर्भाग्य का नाश होता है. व्यक्ति सूर्य की भांति यशस्वी बनता है.
द्वादश मुखी रुद्राक्ष स्वास्थ्य लाभ | Health Benefits of Barah Mukhi Rudraksha
द्वादश मुखी रुद्राक्ष का उपयोग करने से हृदय रोग, फेफड़ों के रोग, त्वचा रोग तथा आंत संबंधी रोग दूर होते हैं. सभी प्रकार की शारीरिक एवं मानसिक परेशानियों का नाश होता है. बारहमुखी रुद्राक्ष को धारण करने वाला निरोगी होकर स्वास्थ्य लाभ पाता है.
द्वादश मुखी रुद्राक्ष मंत्र | Barah Mukhi Rudraksha Mantra
‘श्री सूर्याय नमः’ ,
‘ॐ ह्रीं सूर्याय नमः’
इस रुद्राक्ष को “ॐ क्रों क्षों रों नमः” का जाप कर के धारण करें.
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